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Purana Lucknow [पुराना लखनऊ]

Unknown Author
4.9/5 (9814 ratings)
Description:अब्दुल हलीम 'शरर' की पुस्तक पुराना लखनऊ(गुज़िश्ता लखनऊ ) एक ऐसी सभ्यता का चित्र प्रस्तुत करती है जिसे हिंदुस्तान के एक प्रदेश के रहने वालों ने जन्म दिया.. इस द्रष्टि से यह पुस्तक एक महान सभ्यता का महान इतिहास ही नहीं है बल्कि हमारी राष्ट्रीय विरासत का एक महत्वपूर्ण अंग है ... इस पुस्तक का इस द्रष्टि से भी बड़ा महत्व है कि आज तक भारतीय संस्कृति के किसी भाग का इतना भरपूर और विस्तृत चित्र प्रस्तुत नहीं किया गया.. अब्दुल हलीम 'शरर' अपने अनेक लोकप्रिय ऐतहासिक उपन्यासों के लिए सदैव याद रखे जायेंगे जिनमें 'फ़िरदौसे-बरीं', 'मंसूर-मोहना', 'मालिक-उल-अज़ीज़ वर्जिना', फ़्लोरा-फ्लोरिंडा आदि उनके जीवन काल में ही ख्याति प्राप्त कर चुके थे.. लेकिन 'गुज़िश्ता लखनऊ' एक ऐसी पुस्तक है जो इतिहास के गर्म और दहकते हुए खून की तरह वर्तमान और भविष्य के जीवन और आनंद का सन्देश लेकर जाता है और संस्कृतियों को अतीत का नया रूप और भविष्य की नयी द्रष्टि प्रदान करता देता है .. 'शरर' की यह पुस्तक केवल छपे हुए शब्दों का संग्रह ही नहीं, एक जीता-जागता अनुभव है जो इंसान को नयी द्रष्टि प्रदान करता है और उसे बेहतर बनता है ...We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with Purana Lucknow [पुराना लखनऊ]. To get started finding Purana Lucknow [पुराना लखनऊ], you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
Pages
326
Format
PDF, EPUB & Kindle Edition
Publisher
National Book Trust
Release
1971
ISBN
8123715250

Purana Lucknow [पुराना लखनऊ]

Unknown Author
4.4/5 (1290744 ratings)
Description: अब्दुल हलीम 'शरर' की पुस्तक पुराना लखनऊ(गुज़िश्ता लखनऊ ) एक ऐसी सभ्यता का चित्र प्रस्तुत करती है जिसे हिंदुस्तान के एक प्रदेश के रहने वालों ने जन्म दिया.. इस द्रष्टि से यह पुस्तक एक महान सभ्यता का महान इतिहास ही नहीं है बल्कि हमारी राष्ट्रीय विरासत का एक महत्वपूर्ण अंग है ... इस पुस्तक का इस द्रष्टि से भी बड़ा महत्व है कि आज तक भारतीय संस्कृति के किसी भाग का इतना भरपूर और विस्तृत चित्र प्रस्तुत नहीं किया गया.. अब्दुल हलीम 'शरर' अपने अनेक लोकप्रिय ऐतहासिक उपन्यासों के लिए सदैव याद रखे जायेंगे जिनमें 'फ़िरदौसे-बरीं', 'मंसूर-मोहना', 'मालिक-उल-अज़ीज़ वर्जिना', फ़्लोरा-फ्लोरिंडा आदि उनके जीवन काल में ही ख्याति प्राप्त कर चुके थे.. लेकिन 'गुज़िश्ता लखनऊ' एक ऐसी पुस्तक है जो इतिहास के गर्म और दहकते हुए खून की तरह वर्तमान और भविष्य के जीवन और आनंद का सन्देश लेकर जाता है और संस्कृतियों को अतीत का नया रूप और भविष्य की नयी द्रष्टि प्रदान करता देता है .. 'शरर' की यह पुस्तक केवल छपे हुए शब्दों का संग्रह ही नहीं, एक जीता-जागता अनुभव है जो इंसान को नयी द्रष्टि प्रदान करता है और उसे बेहतर बनता है ...We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with Purana Lucknow [पुराना लखनऊ]. To get started finding Purana Lucknow [पुराना लखनऊ], you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
Pages
326
Format
PDF, EPUB & Kindle Edition
Publisher
National Book Trust
Release
1971
ISBN
8123715250
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