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Aakashcharini: Satya Ghatnaon Par Aadharit Yog-tantrik Katha-prasang

Unknown Author
4.9/5 (34542 ratings)
Description:प्रस्तुत कथा संग्रह आकाशचारिणी के अन्तर्गत सत्रह कथाओं का संग्रह है। ये अपने आप में विशिष्ट तो हैं ही, रहस्य रोमांच से भरपूर और सनसनी खेज भी हैं। यद्यपि ये अविश्वसनीय लगे किन्तु इनमें अतिशयोक्ति नहीं है। लेखक की भाषा में प्राञ्जलता और भाषा पर अधिकार भी है। इसी पुस्तक से : https: //goo.gl/G6KS2n सावन-भादों का महीना था। बादलों से अटकर काला पड़ गया था आकाश। गहन निःश्वास सी पुरुवा हवा हा-हाकार करती हुई किले में दानव की तरह खड़े पेड़ों और फैली हुई झाड़ियों को कँपा दे रही थी। घोर निस्तब्ध रात्रि। निबिड़ रात्रि का गहन अन्धकार। यदा-कदा अभिशप्त किले में निवास करने वाली प्रेतात्माओं की एक साथ हँसने और रोने की भयानक तीखी आवाजों से किले का निस्तब्ध वातावरण बार-बार काँप उठता था और उसी के साथ मेरा मन भी दहशत से भर जाता था। सहसा मेरी दृष्टि स्याह आकाश की ओर उठ गयी। क्यों उठ गयी थी? नहीं जानता। मगर दृष्टि उठते ही आकाश के श्याम पटल पर बादलों के बीच मैंने जो कुछ देखा उसने मुझे एकबारगी रोमान्चित कर दिया। गहरे अन्धकार में डूबे हुए मेघाच्छन्न आकाश में मैंने देखा एक सुन्दर स्त्री तीव्र गति से उड़ती हुई पूरब से उत्तर दिशा की ओर चली जा रही थी। उसके काले बाल बिखर कर हवा में लहरा रहे थे। उस स्त्री की गति कभी तीव्र हो जाती तो कभी मन्द। सबसे आश्चर्य की बात थी कि मैं उस घोर अन्धकार में भी स्पष्ट देख रहा था उस आकाशचारिणी योगिनी को। निश्चय ही वह कोई उच्चकोटि की योगसाधिका थी। देखते ही देखते वह निविड़ अन्धकार के आगोश में समा गयी। 'आकाशगमिता' सिद्धों की अति विशिष्ट अवस्था है, जिसका बहुआयामी विस्तृत विवरण `खेचरी सिद्ध आकाशगामिनी विद्या रहस्य कुञ्जिका' ग्रन्थ में उल्लिखित है। ये रचना समस्त साधकों को समर्पित है।We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with Aakashcharini: Satya Ghatnaon Par Aadharit Yog-tantrik Katha-prasang. To get started finding Aakashcharini: Satya Ghatnaon Par Aadharit Yog-tantrik Katha-prasang, you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
Pages
Format
PDF, EPUB & Kindle Edition
Publisher
Release
ISBN
1365976076

Aakashcharini: Satya Ghatnaon Par Aadharit Yog-tantrik Katha-prasang

Unknown Author
4.4/5 (1290744 ratings)
Description: प्रस्तुत कथा संग्रह आकाशचारिणी के अन्तर्गत सत्रह कथाओं का संग्रह है। ये अपने आप में विशिष्ट तो हैं ही, रहस्य रोमांच से भरपूर और सनसनी खेज भी हैं। यद्यपि ये अविश्वसनीय लगे किन्तु इनमें अतिशयोक्ति नहीं है। लेखक की भाषा में प्राञ्जलता और भाषा पर अधिकार भी है। इसी पुस्तक से : https: //goo.gl/G6KS2n सावन-भादों का महीना था। बादलों से अटकर काला पड़ गया था आकाश। गहन निःश्वास सी पुरुवा हवा हा-हाकार करती हुई किले में दानव की तरह खड़े पेड़ों और फैली हुई झाड़ियों को कँपा दे रही थी। घोर निस्तब्ध रात्रि। निबिड़ रात्रि का गहन अन्धकार। यदा-कदा अभिशप्त किले में निवास करने वाली प्रेतात्माओं की एक साथ हँसने और रोने की भयानक तीखी आवाजों से किले का निस्तब्ध वातावरण बार-बार काँप उठता था और उसी के साथ मेरा मन भी दहशत से भर जाता था। सहसा मेरी दृष्टि स्याह आकाश की ओर उठ गयी। क्यों उठ गयी थी? नहीं जानता। मगर दृष्टि उठते ही आकाश के श्याम पटल पर बादलों के बीच मैंने जो कुछ देखा उसने मुझे एकबारगी रोमान्चित कर दिया। गहरे अन्धकार में डूबे हुए मेघाच्छन्न आकाश में मैंने देखा एक सुन्दर स्त्री तीव्र गति से उड़ती हुई पूरब से उत्तर दिशा की ओर चली जा रही थी। उसके काले बाल बिखर कर हवा में लहरा रहे थे। उस स्त्री की गति कभी तीव्र हो जाती तो कभी मन्द। सबसे आश्चर्य की बात थी कि मैं उस घोर अन्धकार में भी स्पष्ट देख रहा था उस आकाशचारिणी योगिनी को। निश्चय ही वह कोई उच्चकोटि की योगसाधिका थी। देखते ही देखते वह निविड़ अन्धकार के आगोश में समा गयी। 'आकाशगमिता' सिद्धों की अति विशिष्ट अवस्था है, जिसका बहुआयामी विस्तृत विवरण `खेचरी सिद्ध आकाशगामिनी विद्या रहस्य कुञ्जिका' ग्रन्थ में उल्लिखित है। ये रचना समस्त साधकों को समर्पित है।We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with Aakashcharini: Satya Ghatnaon Par Aadharit Yog-tantrik Katha-prasang. To get started finding Aakashcharini: Satya Ghatnaon Par Aadharit Yog-tantrik Katha-prasang, you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
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PDF, EPUB & Kindle Edition
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ISBN
1365976076
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